बुधवार, 15 अप्रैल 2020

रूठना

‘रूठने’  का मतलब गुस्सा करना कतई नही होता है और ना ही ‘ईर्ष्या’ करना
‘रूठना’ बस रूठ जाना है
किसी भी बात के लिए- ऐसे ही कि जैसे एक छोटी बच्ची एक चाभी वाली गुड़िया के लिए रूठ जाती है,
  रूठना न तो जिद पर अड़ना है ।
ना ही किसी चीज को पा लेने का तरीका है ..
ना दुराव है , ना मनुहार है – रूठना
बस एक शब्द है -रूठना-
जो कभी भी कहा नही जाता है,
दरअसल मान जाने की एक पड़ाव है –रूठना–
किसी के बातों को मान जाने के, हाँ करने की पहली झिझक है – रूठना -
किसी का रूठ जाना हो जाता है लाज़मी
जब गुस्से का सारा कढ़वापन छलकता है बाहर

#iamsonuamit

i'msonuamit

0 टिप्पणियाँ: