रविवार, 26 जुलाई 2020

दिल बेचारा से फिर दिल जीत ले गए सुशांत!

"एक था राजा एक थी रानी दोनों मर गए ख़तम कहानी" इस लाइन के साथ कहानी ख़तम नहीं शुरू होती है । अब आप समझ गए होंगे मै बात कर रहा हूं सुशांत सिंह राजपूत की आखरी फिल्म #dilbechara की । यह फिल्म आखरी सलाम है अपने चाहने वालों के लिए सुशांत सिंह राजपूत की तरह से। फिल्म की कहानी शुरू होते ही इस कदर आपको अपने से जोड़ लेता है कि सुशांत सिंह आपको अपने इर्द गिर्द महसूस होने लगते है। यदि आपको लगता हैं कि मै फिल्म की समीक्षा कर रहा हूं तो जरा ठहर जाइए, मै कोई फिल्म समीक्षक नहीं। लेकिन मै यह कह सकता हूं कि यह फिल्म एक बेहतरीन फ़िल्म है और आप सभी को यह फिल्म देखनी चाहिए। "एक था 'राजा' एक थी 'रानी' दोनों मर गए खत्म हुई कहानी".....'चल झूठी'..... 'जिस तरह उसने मेरी लाइफ में एंट्री लिया था, उसी तरह उसने मेरी लाइफ से एग्जिट ले लिया.... 'सरी'- ऐसे ही कई डायलॉग्स है,जो दिल बेचारा फिल्म में देखने और सुनने को मिलेंगे। कुछ सीन तो आपके दिल से ऐसे टक से छू के जाएगी। मै यह दावा कर सकता हूं कि आपके आंखो से आँसू जरूर गिरेंगे...
जाते - जाते यह फ़िल्म आपको ज़िन्दगी को जीने का पाठ पढ़ा कर जाएंगे। 

अमित भट्टाचार्य की लिखी ए आर रहमान सर की आवाज और संगीत बद्ध किया ....वो गाना जो फिल्म ख़तम होने के बाद भी कानों के गूंजते रहते है..... दिल बेचारा, फ्रेंड जोन का मारा.....
चलते चलते यही कहेंगे कि आप एक बार फिल्म जरूर देखे और बताए की फिल्म कैसा लगा...
#iamsonuamit 
Trailer Dil Bechara


i'msonuamit

2 टिप्पणियाँ:

Unknown ने कहा…

no doubt movie was good.....
.... honestly saying movie story is not soo good but when uh talk about acting then i vl say SSR had did a great job....he acted so nicely in this movie that everyone gonna feel the pain of loosing him..... n the actress was also did a great job, plz dont forget her to mention in ur movies critics............

Unknown ने कहा…

Thanks sir